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सेवकाई की अगुआई
Course Description
यह पाठ्यक्रम मसीही चरित्र पर ज़ोर देता है, जबकि यह अगुओं को यह सिखाता है कि वे अपनी संस्थाओं का मार्गदर्शन मान्यताओं की खोज करना, उद्देश्य को समझना, दर्शन साझा करना, लक्ष्य निर्धारित करना, रणनीति की योजना बनाना, कार्रवाई करना और उपलब्धि का अनुभव करना — इस प्रक्रिया के माध्यम से कैसे करें।
Introduction
पाठ्यक्रम विवरण
यह पाठ्यक्रम विशेष रूप से सेवकाई के मसीही अगुओं के लिए तैयार किया गया है, परन्तु इसमें ऐसे सिद्धांतों का उपयोग किया गया है जो किसी भी अगुआई भूमिका पर लागू होते हैं। यह दर्शाता है कि दृढ़ विश्वास अगुआई का आधार क्यों है। एक सम्भावित अगुआ सीखेगा कि अधिकारिक पद पर आने से पहले अपनी योग्यताओं और चरित्र को कैसे विकसित किया जाए और अपना प्रभाव कैसे बढ़ाया जाए। अगुए सीखेंगे कि मान्यताओं की खोज, उद्देश्य को साकार करने, दर्शन साझा करने, लक्ष्य निर्धारित करने, रणनीति बनाने, कार्रवाई करने और उपलब्धि का अनुभव करने की प्रक्रिया के माध्यम से अपनी संस्थाओं का मार्गदर्शन कैसे करें।
कक्षा के अगुओं के लिए निर्देश
विचार-विमर्श प्रश्न और कक्षा में होने वाली गतिविधियाँ इन बातों के द्वारा दर्शाई जाती हैं ►। विचार-विमर्श के प्रश्नों के लिए, कक्षा अगुए को प्रश्न पूछना चाहिए और छात्रों को उत्तर पर विचार करने का समय देना चाहिए। यदि एक ही छात्र आमतौर पर पहले उत्तर देता है, या यदि कुछ छात्र नहीं बोलते हैं, तो अगुआ प्रश्न को किसी और को निर्देशित कर सकता है: "कुणाल, आप इस प्रश्न का उत्तर कैसे देंगे?"
पाठ्यक्रम में अधिकाधिक पवित्रशास्त्र का प्रयोग किया गया है। कक्षा में जो अंश जोर से पढ़े जाने चाहिए, उन्हें तीर के निशान से दर्शाया गया है। अन्य समय में, पाठ में पवित्रशास्त्र के संदर्भ कोष्ठक में दिए गए हैं। उदाहरण के लिए: (1 कुरिन्थियों 12:15)। वे संदर्भ पाठ में दिए गए कथनों के लिए समर्थन हैं। यह आवश्यक नहीं है कि कोष्ठक में दिए गए अंशों को हमेशा पढ़ा ही जाए।
कुछ पृष्ठों पर इतिहास के अगुओं के उद्धरण शामिल हैं। जब कक्षा में कोई उद्धरण आता है, तो कक्षा का अगुआ किसी छात्र से उद्धरण पढ़ने और समझाने के लिए कह सकता है। हमें इन अगुओं द्वारा की गई और सिखाई गई हर बात से सहमत होना ज़रूरी नहीं है, परन्तु हम उनके उदाहरणों से सीख सकते हैं।
प्रत्येक पाठ कार्यों के साथ समाप्त होता है। कार्यों को अगले पाठ के समय से पहले पूरा करके रिपोर्ट किया जाना चाहिए। यदि कोई छात्र कार्य पूरा नहीं करता है, तो वह इसे बाद में कर सकता है। फिर भी, अगुए को छात्रों को समय पर रहने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए ताकि वे कक्षा से अधिक सीख सकें। प्रत्येक पाठ का कार्य 3, पाठ से विशेष बिंदुओं को याद करना है।
प्रत्येक कक्षा सत्र के आरंभ में:
- कक्षा अगुए को पिछले पाठ से लिखित कार्यों को एकत्र करना चाहिए। अगुआ कक्षा विचार-विमर्श के लिए कार्य 1 के लिए लिखे गए कुछ परिच्छेद (पैराग्राफ) चुन सकता है।
 - प्रत्येक छात्र को पिछले पाठ से कार्य 3 की सामग्री को याद कर के लिखना चाहिए। इसके बाद कक्षा को इन याद किए गए कथनों पर संक्षेप में विचार-विमर्श करना चाहिए ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि हर कोई उनका महत्व समझता है।
 
यदि छात्र Shepherds Global Classroom (शेफर्ड्स ग्लोबल क्लास-रूम) से प्रमाण पत्र प्राप्त करना चाहता है, तो उसे कक्षा सत्रों में भाग लेना चाहिए और कार्यों पूरा करना चाहिए। पाठ्यक्रम के अंत में पूरे किए गए कार्यों का रिकॉर्ड रखने के लिए एक फॉर्म दिया जाता है।
पाठ्यक्रम का एक उद्देश्य छात्रों को शिक्षक बनने के लिए तैयार करना है। कक्षा अगुए को छात्रों को अपने शिक्षण कौशल विकसित करने के अवसर प्रदान करने चाहिए। उदाहरण के लिए, कक्षा अगुए को कभी-कभी किसी छात्र को कक्षा में पाठ का एक छोटा भाग पढ़ाने देना चाहिए।
पाठ 17 के बाद एक उपदेश दिया गया है। अगुआई के विषय में यह उपदेश पूरे पाठ्यक्रम में किसी भी समय इस्तेमाल किया जा सकता है और इसे कलीसियाओं में प्रचारित किया जा सकता है या अगुआई करने वाले समूहों को सिखाया जा सकता है।
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